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राष्ट्रपति जी के भाषण में देशवासियों के लिए प्रेरणा और प्रोत्साहन था: एक नये युग की शुरुआत।

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राष्ट्रपति महोदया ने अपने भाषण में देशवासियों को सतत उत्थान और सफलता की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया, उन्होंने कठिन परिश्रम और समर्पण को सफलता की कुंजी बताया। राष्ट्रपति महोदया के अनुसार, सफलता केवल लक्ष्य प्राप्त करने तक नहीं बल्कि उस पथ तक पहुँचने तक है जो ईमानदारी और सच्चाई के साथ तय किया गया है।

उनके भाषण ने कई महत्वपूर्ण पहलुओं को छुआ, जिसमें बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य और डिजिटल सशक्तिकरण जैसे क्षेत्रों में सरकार के भविष्य के लक्ष्य भी शामिल थे। राष्ट्रपति महोदया ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समग्र विकास के माध्यम से मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की आवश्यकता पर जोर दिया।

उन्होंने यह भी कहा कि नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देकर देश तकनीकी रूप से उन्नत हो सकता है और खुद को विश्व पटल पर मजबूती से स्थापित कर सकता है। अपने भाषण में, राष्ट्रपति महोदया ने जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और साइबर खतरों जैसी चुनौतियों का भी उल्लेख किया और इन समस्याओं का एकजुट होकर सामना करने के लिए देशवासियों से आह्वान किया।

उनके शब्दों में, “हमें साहस और सामूहिकता के साथ आने वाले समय की चुनौतियों का सामना करना है।” अंत में, राष्ट्रपति महोदया ने देशवासियों को 2023 के बजट में की गई घोषणाओं से अधिकतम लाभ उठाने और राष्ट्र के कल्याण और प्रगति में योगदान करने के लिए प्रेरित किया। उनके शब्दों में, “आइए हम सब मिलकर नए दशक के नए अवसरों को सफल बनाएं।”