ग्रेटर नोएडा स्थित किंग्सवुड और गोल्फ होम्स हाउसिंग सोसाइटी में हाल ही में कुछ लोगों द्वारा की जा रही राजनीति के कारण सोसाइटी की शांति और व्यवस्था प्रभावित हो रही है। इस हाउसिंग सोसाइटी में लगभग 6000 फ्लैट्स हैं, लेकिन अभी तक केवल 300 के करीब परिवार ही यहाँ शिफ्ट हुए हैं।
सोसाइटी में राजनीति करने वाले लोग अभी से चुनाव कराने की योजना बना रहे हैं, जिससे अन्य निवासियों को परेशानी हो रही है। यह गतिविधियां न केवल सोसाइटी की शांति को भंग कर रही हैं, बल्कि रहने वाले निवासियों के बीच तनाव का माहौल भी बना रही हैं।
निवासियों की समस्याएँ
निवासियों का कहना है कि सोसाइटी में अभी पर्याप्त सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पाई हैं, और ऐसे में राजनीति का हस्तक्षेप स्थिति को और भी जटिल बना रहा है। सोसाइटी में स्ट्रीट लाइट्स की कमी, सफाई व्यवस्था की समस्याएँ, और सुरक्षा संबंधी मुद्दे पहले से ही निवासियों के लिए चुनौती बने हुए हैं।
राजनीति का प्रभाव
सोसाइटी में चुनाव कराने की प्रक्रिया से निवासियों में असंतोष बढ़ रहा है। कई लोग मानते हैं कि अभी सोसाइटी को सुव्यवस्थित करने और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने पर ध्यान देना चाहिए, न कि राजनीतिक गतिविधियों में उलझना चाहिए। राजनीति करने वाले लोग व्यक्तिगत लाभ के लिए सोसाइटी की भलाई को नज़रअंदाज कर रहे हैं।
निवासियों की मांग
निवासियों ने प्रशासन से अपील की है कि सोसाइटी में हो रही इस तरह की गतिविधियों पर रोक लगाई जाए और प्राथमिकता के आधार पर बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उनका कहना है कि सोसाइटी को एक सुरक्षित और सुविधाजनक रहने का स्थान बनाना अधिक महत्वपूर्ण है, बजाय इसके कि यहां राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए।
निष्कर्ष
किंग्सवुड और गोल्फ होम्स हाउसिंग सोसाइटी में राजनीतिक हस्तक्षेप से सोसाइटी की व्यवस्था में अव्यवस्था फैल रही है। निवासियों ने प्रशासन से इस मामले में हस्तक्षेप करने और सोसाइटी में शांति और व्यवस्था बहाल करने की मांग की है। सोसाइटी में बेहतर सुविधाओं और सुरक्षा के लिए प्रशासन को ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।