नोएडा: बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर हो रहे अत्याचारों को लेकर भारत में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। विभिन्न स्थानों पर हिंदू समाज के लोग बांग्लादेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में नोएडा के सेक्टर 33 में विराट धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया, जिसमें विभिन्न धर्मों के लोगों के साथ साधु-संतों ने भी भाग लिया। यह प्रदर्शन सांसद महेश शर्मा के नेतृत्व में किया गया, जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया।
बड़ी संख्या में जुटे प्रदर्शनकारी
नोएडा के सेक्टर 33 में हिंदू संगठनों और समाज के लोगों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरोध में एकजुट होकर आवाज उठाई। प्रदर्शन में हिंदू संगठनों के वरिष्ठ नेता, साधु-संत, महिलाएं, और बड़ी संख्या में आम नागरिक शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार तुरंत बंद हों और सनातन धर्म के मंदिरों को नुकसान न पहुंचाया जाए। उन्होंने भारत सरकार से इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की अपील की।
धरना स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
धरना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया ताकि किसी अप्रिय घटना से बचा जा सके। प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा, लेकिन बड़ी संख्या में जुटे लोगों ने अपने नारों और भाषणों से बांग्लादेश सरकार को कड़ा संदेश दिया।
सांसद महेश शर्मा ने दिया बयान
धरना प्रदर्शन के दौरान सांसद महेश शर्मा ने कहा कि, “बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और इस्कॉन मंदिरों में तोड़फोड़ की घटनाओं की सूचनाएं लगातार मिल रही हैं। यह न केवल चिंताजनक है बल्कि अस्वीकार्य भी।” उन्होंने कहा कि भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहे हैं और हर संभव कदम उठाए जाएंगे। सांसद ने बांग्लादेश सरकार से आग्रह किया कि वह हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को तुरंत रोकें।
बांग्लादेश को कड़ा संदेश
धरना स्थल पर जुटे लोगों ने एक सुर में कहा कि बांग्लादेश में हिंदू समुदाय पर अत्याचार और मंदिरों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाने और बांग्लादेश पर दबाव बनाने की मांग की।
इस प्रदर्शन ने हिंदू समाज की एकजुटता और उनकी चिंताओं को मजबूती से सामने रखा।