ग्रेटर नोएडा, डेली एनसीआर: उच्च प्राथमिक विद्यालय तुगलपुर में सोमवार को रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान का आयोजन महिला उन्नति संस्था की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रीना सिंह की अध्यक्षता में किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और लड़कियों को आत्मरक्षा के तरीकों से अवगत कराना और उन्हें सशक्त बनाना है।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अनिल कुमार के स्वागत भाषण से हुई। उन्होंने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाना और उन्हें किसी भी आपात स्थिति में आत्मविश्वास के साथ सामना करने के लिए तैयार करना है। इसके बाद, डॉ. रीना सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समाज में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इस प्रकार के आत्मरक्षा अभियान उन्हें सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
डॉ. रीना सिंह ने रानी लक्ष्मी बाई के अदम्य साहस और वीरता का उदाहरण देते हुए कहा कि हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए और अपने अंदर आत्मरक्षा की भावना को जागृत करना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत लड़कियों को मार्शल आर्ट्स, कराटे और आत्मरक्षा के अन्य तकनीकों की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके साथ ही, उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया जाएगा ताकि वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकें।
इस अवसर पर विद्यालय की कई छात्राओं ने आत्मरक्षा के विभिन्न तरीकों का प्रदर्शन किया। छात्राओं ने कराटे, जूडो और कुंग-फू के जरिए आत्मरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं को प्रस्तुत किया। उनकी यह प्रस्तुति वहां मौजूद सभी लोगों को काफी प्रेरित करने वाली थी। छात्राओं के आत्मविश्वास और उत्साह को देखकर सभी ने उनकी सराहना की।
कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों ने भी इस अभियान की सराहना की और कहा कि यह अभियान लड़कियों को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। एक अभिभावक, श्रीमती सीमा देवी ने कहा कि आज के समय में आत्मरक्षा का ज्ञान हर लड़की के लिए आवश्यक है और इस प्रकार के कार्यक्रम से उनकी बेटियां सुरक्षित और आत्मविश्वास से भरपूर होंगी।
इस अभियान के दौरान, महिला उन्नति संस्था के सदस्य और प्रशिक्षकों ने छात्राओं को आत्मरक्षा के कुछ महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। उन्होंने बताया कि आत्मरक्षा के लिए सबसे पहले मानसिक रूप से तैयार होना जरूरी है। किसी भी आपात स्थिति में घबराएं नहीं, बल्कि आत्मविश्वास के साथ उसका सामना करें। इसके अलावा, उन्होंने आत्मरक्षा के कुछ बुनियादी तकनीकों को भी सिखाया, जो किसी भी परिस्थिति में उपयोगी हो सकते हैं।
कार्यक्रम के अंत में, डॉ. रीना सिंह ने सभी छात्राओं को आत्मरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक करने और इस अभियान को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह अभियान केवल एक दिन का कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक निरंतर प्रक्रिया है। महिला उन्नति संस्था का उद्देश्य है कि हर लड़की आत्मरक्षा के गुर सीखे और अपने जीवन में आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़े।
इस अभियान के तहत आने वाले महीनों में विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में भी इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक लड़कियों को आत्मरक्षा के महत्व से अवगत कराना और उन्हें सशक्त बनाना है।
रानी लक्ष्मी बाई आत्मरक्षा अभियान का शुभारंभ एक महत्वपूर्ण कदम है जो समाज में महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास करेगा। इस प्रकार के अभियान न केवल उन्हें शारीरिक रूप से मजबूत बनाएंगे, बल्कि मानसिक रूप से भी तैयार करेंगे, ताकि वे किसी भी चुनौती का सामना कर सकें और समाज में सुरक्षित और सम्मानित जीवन जी सकें।