नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह विपक्षी दलों को खत्म करने की साजिश कर रही है। यह आरोप आप ने उस समय लगाया जब उनके विधायक ने भाजपा का दामन थाम लिया। इस घटना ने दिल्ली की राजनीति में हलचल मचा दी है।
आप के प्रवक्ता ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “भाजपा विपक्षी दलों को कमजोर करने और खत्म करने की लगातार कोशिश कर रही है। हमारे विधायक का भाजपा में शामिल होना इसका ताजा उदाहरण है। यह लोकतंत्र के लिए खतरा है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”
भाजपा में शामिल हुए विधायक ने कहा कि उन्होंने यह कदम अपनी मर्जी और विकास के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उठाया है। उन्होंने कहा, “मैंने यह फैसला अपने क्षेत्र के विकास और जनता की भलाई के लिए लिया है। भाजपा में शामिल होकर मैं अपने क्षेत्र के लोगों के लिए और अधिक काम कर सकूंगा।”
विधायक के इस कदम से आप के समर्थकों में नाराजगी है और उन्होंने इसे विश्वासघात करार दिया है। कई कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और विधायक के खिलाफ नारेबाजी की। आप के नेताओं ने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे और भाजपा की पोल खोलेंगे।
भाजपा ने आप के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विधायक का शामिल होना पार्टी की नीतियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास के एजेंडे पर विश्वास का परिणाम है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “आप के विधायक ने अपनी मर्जी से भाजपा में शामिल होने का फैसला किया है। यह आप की आंतरिक कलह और नेतृत्व की विफलता का परिणाम है।”
इस घटनाक्रम ने दिल्ली की राजनीति को गर्मा दिया है और आगामी चुनावों में इसका असर देखने को मिल सकता है। आप और भाजपा के बीच बढ़ती तल्खी के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसके साथ खड़ी होती है।