नई दिल्ली: भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के नेता राजेश शर्मा ने मंगलवार को सहकारिता मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने सहकारिता क्षेत्र में चल रही विभिन्न विकास योजनाओं और नए प्रोजेक्ट्स पर चर्चा की।
सहकारिता में नई योजनाओं का प्रस्तुतीकरण
राजेश शर्मा ने सहकारिता मंत्री के सामने विभिन्न विकास योजनाओं का प्रस्तुतीकरण किया, जिसमें किसानों और छोटे उद्यमियों के लिए सहकारी समितियों के माध्यम से दी जा रही सुविधाओं को विस्तार देने की बात शामिल थी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार सहकारी समितियाँ ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की नई राहें खोल सकती हैं।
किसानों की समस्याओं पर चर्चा
भाजयुमो नेता ने किसानों की समस्याओं पर भी ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि किसानों को सही मूल्य नहीं मिल पाने की वजह से उन्हें आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। इस समस्या के समाधान के लिए सहकारिता मंत्रालय को प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। अमित शाह ने इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।
सहकारी बैंकों की भूमिका
सहकारी बैंकों की भूमिका पर भी चर्चा हुई। राजेश शर्मा ने कहा कि सहकारी बैंकों को मजबूत करना आवश्यक है ताकि ये बैंक किसानों और छोटे उद्यमियों को सस्ती ब्याज दरों पर ऋण प्रदान कर सकें। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिलेगी।
सहकारिता मंत्रालय की नई पहल
अमित शाह ने बताया कि सहकारिता मंत्रालय कई नई पहल कर रहा है, जिससे सहकारी संस्थाओं को अधिक सशक्त बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सरकार सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों और ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की संभावनाएँ
मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की संभावनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियाँ ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, और रोजगार के अवसर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
आगामी योजनाओं पर विचार
अमित शाह ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय आगामी योजनाओं पर भी विचार कर रहा है, जिसमें सहकारी समितियों को डिजिटल प्लेटफार्म पर लाना और उनकी कार्यक्षमता में सुधार करना शामिल है।
निष्कर्ष
इस मुलाकात के माध्यम से सहकारिता क्षेत्र में विकास की दिशा में नए कदम उठाए जाने की उम्मीद है। राजेश शर्मा ने कहा कि सहकारिता मंत्री के साथ हुई इस चर्चा से नई योजनाओं को गति मिलेगी और सहकारी समितियों के माध्यम से ग्रामीण विकास को प्रोत्साहन मिलेगा।
यह मुलाकात सहकारिता क्षेत्र में सुधार और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।