ग्रेटर नोएडा, 26 जून 2024: ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी क्षेत्र के अजायबपुर गांव में एक दुखद घटना घटी। सीवर लाइन की खुदाई के दौरान दो मजदूर मिट्टी में दब गए, जिसमें से एक की मौत हो गई। यह घटना मंगलवार को दोपहर के समय हुई जब मजदूर सीवर लाइन की खुदाई कर रहे थे।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस और राहत दल पहुंच गया। पुलिस के अनुसार, मजदूर गहरी खुदाई कर रहे थे जब अचानक मिट्टी खिसक गई और दोनों मजदूर उसमें दब गए। स्थानीय निवासियों ने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
राहत एवं बचाव कार्य तुरंत शुरू किया गया। कड़ी मशक्कत के बाद मजदूरों को मिट्टी से बाहर निकाला गया। एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरे मजदूर को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। मृतक मजदूर की पहचान रामू (35) के रूप में हुई है और घायल मजदूर का नाम श्यामलाल (40) है।
घटना के बाद, स्थानीय निवासियों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सुरक्षा उपायों की अनदेखी के कारण ही यह हादसा हुआ है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि खुदाई के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था, जिससे यह हादसा हुआ।
मजदूरों के साथी कामगारों ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है और प्रशासन से मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा कि खुदाई के दौरान मजदूरों की सुरक्षा के लिए उचित इंतजाम नहीं किए गए थे।
ग्रेटर नोएडा के जिला मजिस्ट्रेट ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला प्रशासन ने मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है और घायल मजदूर के इलाज का पूरा खर्चा उठाने की बात कही है।
इस घटना ने एक बार फिर से मजदूरों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीवर लाइन, सड़क निर्माण और अन्य निर्माण कार्यों में मजदूरों की सुरक्षा के लिए कड़े नियम होने चाहिए, लेकिन उनकी अनुपालना सुनिश्चित करने में लापरवाही बरती जाती है।
ग्रेटर नोएडा में निर्माण कार्यों के दौरान पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, जहां मजदूरों की सुरक्षा की अनदेखी के कारण गंभीर हादसे हुए हैं। यह आवश्यक है कि प्रशासन और निर्माण कंपनियां मजदूरों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाएं और सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन करें ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
इस घटना से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। स्थानीय निवासियों और मजदूरों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो और मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।