Headlines

यमुना प्राधिकरण में 3000 करोड़ का भूमि घोटाला: पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता बने गैंग के मास्टरमाइंड

Spread the love

यमुना प्राधिकरण में 3000 करोड़ रुपये के भूमि घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें पूर्व सीईओ पीसी गुप्ता को मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है। इस घोटाले ने पूरे क्षेत्र में हड़कंप मचा दिया है और लोगों के बीच भारी नाराजगी पैदा की है।

घोटाले की जांच में सामने आया है कि पीसी गुप्ता ने अपने कार्यकाल के दौरान कई अहम पदों पर रहते हुए भूमि आवंटन में गड़बड़ी की। आरोप है कि उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए कई लोगों को अवैध रूप से भूमि आवंटित की और इस प्रक्रिया में करोड़ों रुपये का घोटाला किया।

जांच एजेंसियों के अनुसार, गुप्ता ने इस घोटाले को अंजाम देने के लिए एक संगठित गैंग का गठन किया था, जिसमें उनके करीबी सहयोगी और कुछ बाहरी लोग भी शामिल थे। इस गैंग ने मिलकर भूमि आवंटन के फर्जी दस्तावेज तैयार किए और उन्हें असली दस्तावेजों की तरह पेश किया।

घोटाले की जानकारी मिलते ही यमुना प्राधिकरण ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और कई लोगों को हिरासत में लिया। पीसी गुप्ता को भी गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।

इस घोटाले की गहराई को समझने के लिए एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है, जो पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। इस मामले में और भी कई बड़े नाम सामने आ सकते हैं और आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारी हो सकती है।

यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने जनता को आश्वासन दिया है कि इस घोटाले में शामिल सभी दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।

इस घटना ने एक बार फिर से दिखाया है कि भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जरूरत है ताकि जनता का विश्वास प्रशासनिक व्यवस्था पर बना रहे।